चाँद चांदनी को चाहता है जिस कदर, उस कदर चाहूँ मैं तुझे। मेरी एक खुवाईश है कि बस, या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। मुझे अच्छी तरह याद है वो दिन, जब हमारा मिलन हुआ , ये भी याद है तुम ने उस दिन क्या पहना हुआ था, हमारी किस बात से वार्तालाप शुरू होई थी. बस उस दिन के बाद मेरा दिल तेरी याद में सदा डूबे, या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। तुम मेरे पास होती हूँ तू मुझे लगता है की दुनिया की हर ख़ुशी है मेरे पास. जब तुम मेरे पास नहीं तो मेरे पास कुछ भी नहीं, तुम्हारे बिना इस दिल को और कुछ भी नहीं सूझे , या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। जब से तुम मुझे मिले हूँ मेरा दिल मेरे बस में नहीं. ये दिल बस तुम्हें खुश देखना चाहता है, जब तुम खुश होते हूँ तो मुझे सारी कयानात खुश नज़र आती है, जब तुम उदास होते हूँ तो मुझे अपने आप से नफरत होती है, बस मेरा दिल तुझे भगवान की तरह पूजे , या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। ना मेरे पास ज़्यादा पैसा ना ज़्यादा दौलत ,ना ही ज़्यादा शौरत, मैं तुम्हें प्यार करता था, करता हूँ और करता रहूँगा , बस तुम हमेशा के लिए मेरी बन जाओ और कुछ ना चाहूँ मैं उस खुदा से, बोलो भूषण अपनी फैमिली से कब मिलवाये तुझे । या तू मेरी बन जा या अपना बना ले तू मुझे। #NojotoQuote chandni