Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर आदमी अब शक के घेरे में है , इंसानियत का वजूद अ

हर आदमी अब शक के घेरे में है , 
इंसानियत का वजूद अब अंधेरे में है।

ज़िंदा क़ौमे अब बची ही कहा है ,
धरती अपने आख़री फेरे में है ।

लंबी फेहरिस्त है जुदा जुदा कौमो की,
ख़ुदा न जाने किस मज़हबी डेरे में है।

इंसानियत का गला कटता यहां रोज ,
दरिंदे हर गली हर डगर हर बसेरे में है।

किसी को चाह नही है आजकल शब की,
हर किसी की ख़्वाहिश सुबह सवेरे में है। वज़ूद-ए-इंसानियत #वज़ूद #इंसानियत #आदमी #शक #कौम #मज़हब #ख़ुदा #दरिंदे #शब #सवेरा #ज़िंदा
हर आदमी अब शक के घेरे में है , 
इंसानियत का वजूद अब अंधेरे में है।

ज़िंदा क़ौमे अब बची ही कहा है ,
धरती अपने आख़री फेरे में है ।

लंबी फेहरिस्त है जुदा जुदा कौमो की,
ख़ुदा न जाने किस मज़हबी डेरे में है।

इंसानियत का गला कटता यहां रोज ,
दरिंदे हर गली हर डगर हर बसेरे में है।

किसी को चाह नही है आजकल शब की,
हर किसी की ख़्वाहिश सुबह सवेरे में है। वज़ूद-ए-इंसानियत #वज़ूद #इंसानियत #आदमी #शक #कौम #मज़हब #ख़ुदा #दरिंदे #शब #सवेरा #ज़िंदा
rajeshsuryavansh1699

Rajesh Raana

Silver Star
Growing Creator