बिताए थे कल ना परवाह मंज़िल की थी ना फिक्र हर किसी की थी, मस्ती भरी ज़ि्दगी थी मुस्कुराती हुई हर इक शाम थी, छोटी सी ख्वाहिशें थी और जरुरते बहुत चंद थी, यांदे हमारी गुलज़ार सी और बाते हमारी जौन सी थी, यारों के साथ वो पल जो बिताए थे कल..!! #Dosti #Yaari #Quote #of #theday #shayri #yaadein #Nojoto #Poetry