मनोव्यथा... (अनुशीर्षक पढ़ें) ©Chandan Bharati तुम क्या जानो? क्या दर्द है मेरा? तुम क्या मुझे समझ पाओगे? तुम तो अपने पुरुषार्थ के अहंकार में, मेरी उपहास बनाओगे। तुम क्या जानो? क्या दर्द है मेरा?