कुछ दिन पहले तक तो, सनाशाई न थी। मोहब्बत से हमने निगाहें, मिलाई न थी । फितरते-इश्क़ से हर तरह, अन्जान थे, ज़िन्दग़ी मे कोई मिलन या, जुदाई न थी। कहने को तो थे जिन्दा, पर ज़िन्दग़ी न धी, जब तक आँख तुमसे, लड़ाई न थी । लनतरानी मोहब्बत की, है तब से नुमायां, मालिक़ ने जब ये दुनियाँ, बनाई न थी । आता है अकेला ,फिराक़", जाता है अकेला, बिना हमसफर तो कोई , ख़ुदाई न थी। कुछ दिन पहले... #कुछदिनपहले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi