प्यार की रहा में बो मुझे इस क़दर छोड़ गया फिर भी दिल ने ना जाने क्यों उसको माफ़ किया बो करता रहा ता उम्र फरेब मोहब्ब्त में मेरी फिर भी इस दिल ने उसे बेपन्हा प्यार किया शायर सुधीर कुमार शर्मा दिल की कलम से मेरी नई शायरी