तुम मेरे क्या लगते हो ज़माने को दिखाना था क्या मैं तेरा क्या लगता हु तुझको भी बताना था क्या तुम तो ऐसी ना थी बिलकुल भी तल्ख़ दिल तल्ख़ तेवर तल्ख़ बातें यही अंदाज था ना तुम्हारा बे तल्ख़ियत लहरों सी बन गयी अब हम क्या करे टकराओ जिस चट्टान से टकरना हैं तुमको रेत का वजूद समुन्दर में किनारे तक का है होता टीला तुझको भी नजर आता गर पहले पता होता अफ़सोस बस इतना हैं की किनारें पर ही थी मंजिल तेरी आंखों के आगे तू अब रोज निखरेगी मेरी सांसों में बेचैनी तिल तिल के बिखरेगी #dafan #bewajh #nojoto #nojotohaldwani #life