ना कमजोर है न मायूस अपने आप ही एक शक्ति है रब का दिया वरदान है हर स्थिति में एक नादान है अंजान नहीं खुदसे क्योंकि यह एक दिव्यांग है दिव्य है अंग जिनके उसे क्या डराएगी रूकावटे चुनौतीयों से लड़ता तो उनकी आदत हो चुकी है पीछे हठ का शब्द ही नहीं हार क्यों मान भी ले खुदका इतना मान भी है क्योंकि यह एक दिव्यांग है उपकार नहीं चाहिए इनको सहकार बस काफी है दया की कोई जरूरत नहीं स्वाभिमान की झांकी है इन्सान से इन्सान आज इन्सानियत चाहता है प्रकृति ने तो उम्मीद छोड़ ही दी है खैर जो भी है बचा लो उसे इन घुटन से जो मार रही है मनसे क्योंकि यह एक दिव्यांग है #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindi #divyang #disabled #kamjor #different