आज जागृति नींदों से, पुर सघन भ्रमक उम्मीदों से । विश्वसनीयता महि डोल उठी, स्वः मद में चूर मुरीदों से ।। अब ज्ञानशून्य से लगते हैं, पारायण पठन विधानों के । गुरुमुख अध मनमुख बन जाये, विखरित दिव पुष्प उद्यानों से ।। #downfall #soul #leftaloneindark #lotusisenlightenment #yqdidi #हिंदी #कविता #alokstates