रोने की वजहें बहुत हैं मेरे पास, हंसने की कोई वजह तुम बनाओ न! सब गमों को मैं रख दूंगी एक तरफ़, कभी तो तुम मेरे पास आओ न! शायद तुम्हारी मौजूदगी मेरे इस खालीपन को भर देगी, अब तो आकर मेरी इस रिक्तता को भर जाओ न! तुम आओगे तो सचमुच मैं फूलों की तरह खिलने लगूंगी, ऋतु बसंत की खुशबू की तरह मेरे जीवन पर भी कोई सुगंध भर जाओ न! देखो न! तुम्हारा आ जाना कितना सुखद है मेरे लिए, तुम आओ तो हर गम भुला दूंगी, अब तो मुझ पर कोई रहम बरपाओ न! ©Deepa Ruwali #SAD #Poetry #Shaayari #shayri #Life