Life and Poem अगर मन करे कविता लिखने का तो तुम्हारे लिए पूरा जहां है जिधर देखो उधर एक कविता,हर चीजों में बसा और सजा है बस कवि नजरिया तो बदलो तुम्हे हर बस्तु में कविता दिखेगा, इसलिए तो कहता हूँ बस तुम नजरिया बदलो प्रभु ने हर वस्तु मे कविता रचा और छिपा रखा है । कविता रचा रखा है ।