पल्लव की डायरी रात में बेचैनियां दिन धुंधला जाता है खेरियत बस्तियो में नही है सवाल करने पर हर शख्स झुंझला जाता है अजीबो गरीब लगती है जिंदगी की सांसें अब जैसे इन्हें कोई चुरा ले जाएगा कब हमे बीमार बताकर बस्तियो से उठा लिया जाएगा इलाज किया हुआ पूछोगे तो कफ़न पहनाकर मय्यत में भेज दिया जायेगा मानवता पर कैसा है खोप साजिशो का दौर चल रहा है शामिल है वे, जो हमदर्द है हमे मिटाने का विश्व भर में अभियान चल रहा है प्रवीन जैन पल्लव इलाज का खोप #CalmingNatur