त-तब् तक चाहेंगे जब तक जान है रु- रूप कोई भी हो तेरा, ये सिर्फ पहचान है न- ना कहने की वजह सिर्फ वक़्त है अपना फिर भी ये मोहब्बत मेरी शान है म- मत भूल तेरी कमाल की मुस्कान है धु- धुन तेरी साँसों की हर वक़्त एक शान है क- कब तक ये दूरियां रहेंगी दरमियान अपने र- रहमत कोशिश उमीद फिर बढ़ना आगे इहनी सवालों से तो रूह अनजान है Name poem