तू जबसे आयी हैं, तू ही मेरा है शमा...! तू ही मेरी आशिकी, है तू ही मेरा आसमां...! मै और क्या कहूं .... तू तो है मेरी मां...! खुदा को मै क्या जानूं उसे तो देखा नहीं, मेरी हर गुस्ताखियां, उसने तो टोका नहीं, मेरे हर एक पल, मेरी हर एक सांसे, तुझसे ही मुझे मिली है मेरी ये जिंदगी, मेरे तो बस है खुदा मेरे ही ये मात पिता.....! इससे ज्यादा क्या कहूं, है तू ही मेरा आसमां.........! तू ही तो है आसमां............!