मेरा प्रेमी मेरा है और मैं उसकी हूँ,वह अपनी भेड़-बकरियां सोसन फूलों के बीच मैं चराता हैं जब तक दिन ठंडा न हों और छाया लंबी होते होते मिट न जाये, तब तक हे मेरे प्रेमी, उस चिकरे या जवान हरिण के समान बन जो बेतेर*के पहाड़ों पर फिरता है। ©Satish Sharma #प्यासामन4 #WalkingInWoods