उम्मीद ही हमें जीने की शक्ती देती है, उम्मीद चाहे थोड़ी ही हो, हमें सम्भाल ही लेती है। उम्मीद छोड़ देने से, मानो ज़िन्दगी रूठ जाती है, बिल्कुल ही नीरस और बेजान हो जाती है। मुश्किलों में इन्सान, अपने को अंधेरे में पाता है और कोई भी रास्ता, नज़र नहीं आता है। उम्मीद छोड़कर, मानो वह अंधेरे में, आँखें भी बंद कर लेता है, अब तो रास्ता दिखना, वह खुद ही नामुमकिन कर देता है। तो कभी भी उम्मीद का दामन ना छोड़ो, क्या जीना पसंद करोगे, बनकर ज़िन्दा लाश, बोलो..... #UmeedSeHeZindagiHai