।।ज़िन्दगी के इस मेले मैं लोग खुश है क्यों अकेले मैं।। ।।क्या है ?ये गुनगुनाहटे छिपी हुई सी मुस्कुराहटे।। ।।ज़िन्दगी के इस मेले मै लोग खुश है क्यों अकेले मैं।। ।।राज है। दिल कह रहा हर दिन है सवेरे मै।। ।।ज़िन्दगी के इस मेले मे लोग खुश है क्यों अकेले मैं।। ।।खामोशी बस है सवाल खुशी दे रही है जवाब ।। क्यों कि ....... ।।ज़िन्दगी के इस मेले में लोग खुश है बस अकेले मैं।। saloni toke.... kuch nya ho jaye