सभ्यता विकसित हो रही है व्यपार की सभ्यता न थोपी हुई न थोपी गई केंद्रीकरण के द्वार आयी अवसर चिन्हित कर जूझ रही है मुख्यधारा से सनातन ही पदचाप लिए तल की बैकुण्ठ हेतु संविधान के व्यपार पर परिवर्तन अवश्यम्भावी मान कर। थोड़ा हंस भी दिया करो,विकासशील से विकसित तो होते रहेंगे। #मकानोंकेजंगल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #yqbaba #yqpolitics