बहुत सम्भाल चुकि अब खुद सम्भलना चाहती है यु टूट चुकी है लोगों को समेटते-समेटते की अब खुद सिमटना चाहती है उसने सबका जुल्म अपने सर क्या ले लिया लोगों ने उसे कातिल ही समझ लिया सब चिल्लाते रहे,वो चुप चाप सुनती रही दर्द होता रहा वो मुस्कुराती रही बस अब थक गयी है 'यात्री' रुकना चाहती है अब वो अकेले चलना चाहती है। #nojotohindi#shayri#share#life#dairy