बदले संसार के चेहरे पर है झूठ का पर्दा फ़हर रहा कही भाई भाई को मार रहा चहु ध्वज ईष्या का है लहर रहा लोभ माया का सर पे चढ़ा कर इंसा गिद्ध सा व्यवहार करें फिर कहा खो गए देव गण सारे हर कण कण में जो वास करें कुरीतियों से समाज बदलता फिर समाज से इंसा कैसे छूटे जो रक्त में बहता लोभ मोह तो लालच से पीछा कैसे छूटे है वक़्त आ चला उठने का इस जग को सशक्त बनाना है हर मन को स्वछ बना कर के भारत को स्वर्ग बनाना है इस बदले विचार की गंगा में अब नई पीढ़ी को बहाना है हर मन को स्वछ बना कर के भारत को स्वर्ग बनाना है #bharat #memories #yaadein #WOD #CTL #aashishvyas #hindi #hindikavita #kavita #shayari #kahani #pyar #nojotohindi #nojotowriter #hindiwriter #poet #hindipoet #kavi #hindikavi #vichar