Nojoto: Largest Storytelling Platform

सिंक में रखे हुए आख़िरी झूठे प्याले के साथ सब्ज़ी

सिंक में रखे हुए 
आख़िरी झूठे प्याले के साथ
सब्ज़ी कौन सी बने 
इस उधेड़बुन में
फूलती रोटियों के बीच
धीमी कभी तेज आँच पर
स्वेटर पर ऊन से 
लेटेस्ट डिजाइन बनाते हुए 
कभी उलझे केशों को सँवारते हुए
कभी जूडे़ में ही बंधे हुए 
घूँघट को सिर पर सरकाते 
दबे मुँह की बातें
गालों पर अँगुलियों के निशान छुपाते
इन्ही सबके बीच
कहीं ना कहीं से 
जन्म ले ही लेती है 
गृहिणियों की कविता!! विद्रोही कविता  

#अनाम_ख़्याल 
#रात्रिख़्याल 
#गृहिणी 
#कविता
सिंक में रखे हुए 
आख़िरी झूठे प्याले के साथ
सब्ज़ी कौन सी बने 
इस उधेड़बुन में
फूलती रोटियों के बीच
धीमी कभी तेज आँच पर
स्वेटर पर ऊन से 
लेटेस्ट डिजाइन बनाते हुए 
कभी उलझे केशों को सँवारते हुए
कभी जूडे़ में ही बंधे हुए 
घूँघट को सिर पर सरकाते 
दबे मुँह की बातें
गालों पर अँगुलियों के निशान छुपाते
इन्ही सबके बीच
कहीं ना कहीं से 
जन्म ले ही लेती है 
गृहिणियों की कविता!! विद्रोही कविता  

#अनाम_ख़्याल 
#रात्रिख़्याल 
#गृहिणी 
#कविता