The story is, ऐ घटा तुम कहॉ चली बरस जाओ ऐ मेघा जो तुम इतना गणघोर रही सूखे पड़ गए खेत फसल इसमें तड़प रही क्या ये बरखा निकल पड़ी जो तेज हवाएं बह रही कर अंधेरा ऐ काली घटा न जा तू बस आस जगा घुमड़ घुमड़ जो तू कहीं ओर बरसी न छोड़ अब मेरी जगह बरस जा ऐ घटा जो तू इतना छा रही अन्न सारा बो दिया अब मेरे पास और नहीं रहा जो कुछ शेष रचाना बेटे का ब्याह कहीं रहा जो कुछ शेष रचाना बेटी का ब्याह कहीं मैं असहाय निर्धन तेरे सिवा किस पर निर्भर सूखे पड़ गए खेत ऐ मेघा तुम कहॉ चली बरस जा ऐ घटा तुम इतऩा गरज कहॉ चली bars jao a Megha..#barish #farmer #poor #farming #dependant #drought #crop #fasal #ghata #clouds