हाथो मेरे में है गुलाल, सूने पडे हैं तेरे गाल, कर ले पसंद कोई रंग, है एक नीला एक लाल्,, ये त्योहार ऐसा आता है, मनका भेद मिट जाता है, शिकवे सारे भूलेगा वो, जो हंसके लिपट जाता है, खिलखिलायेगा वो भी ,ना रखेगा दिल में मलाल, कर ले पसंद कोई रंग , है एक नीला एक लाल्,, ©sheel shahab #rohitsurya #ravinandantiwari #ravinandanthakur #internethockey #shaadahmad #poojapatelpoetry #Holi