White शोकिन है हुस्न के हम लेकीन कभी कोठे की चोकीदारी नहीं की खरीदी जा सकती है खुशीया लेकीन कभी हमने किसी इज्जत की निलामी नहीं की सिक्के उछाल कर नचवाते है लोग बंदर को मदारी से क्या कहे मुफ्त मे आज कल किस्मत हमे नचा रही है …… आपका हमदर्द ©Kiran Pawara #RESPECT