तेरी इबादत करके, तुझे भुला दूं, ना, ऐसा काफ़िर मैं नहीं । मैं तो सफ़र भर साथ निभाने वालों में से हूं, दो कदम के बाद छोड़ देने वाला, मुसाफ़िर मैं नहीं । जिस दिन दिल तुझे भूल गया, उस दिन थम जाएगा ।