White जिस एक बात को भूलने में ज़माने लगते है l लोग वही बात बार बार दोहराने लगते है ll ना जाने क्या रिश्ता है पैसों और रिश्तेदारों में, पैसे आते है तो रिश्तेदार भी आने जाने लगते है l बच्चे कई बार बड़ी सयानी बात कह जाते है, और वो बचकानी जो देखने में बड़े सयाने लगते है l अजी शौक कैसे, दो वक्त की रोटी मिल जाए बस, यही सोचते है जब बेटे कमा के खिलाने लगते है l दो पैसों की अक्ल क्या आ जाती है बच्चों को, हमें बच्चा समझकर बातों में घुमाने लगते है l बिना सोचे समझे हुक्म बजाते थे जो लोग, बुरे वक्त में वो भी सौ सौ बातें समझाने लगते है ll --------------------------- October 2024 ©Dimple #SunSet #पाप_का_घड़ा #काम_काज #अकेला_भीड़_में #कोई_आप_सा #जीते_जी #कुछ_हम_कहें #कुछ_तुम_कहो #डायरी_के_पन्ने #अधूरी_तमन्ना शायरी हिंदी में शायरी दर्द शेरो शायरी शायरी attitude शायरी हिंदी