मेरे हमसफ़र, जीवन भर तुम यूं ही, मेरे साथ-साथ रहना। छोड़ना ना कभी हाथ मेरा, हमेशा मेरे साथ-साथ चलना। मुश्किल हो डगर, चाहे मुश्किल हो सफर, साथ निभाना। बनकर रहना हमसाया, अंधेरों में भी उजाला बन जाना। दुनियां के रीति, रिवाजों, रस्मों में पड़कर हमको न भुलाना। तू मेरी पहली तू ही मेरी आखिरी मोहब्बत है, ये याद रखना। #कोराकागज #साहित्यिक सहायक #रचना का सार #yqbaba #yqdidi