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आंख लगते ही चला जाता हूं

आंख लगते ही चला जाता हूं 
                                     मैं उस ख्वाबों के संसार में
सपने में ही पड़ जाता हूं 
                                     मैं उस पागल के प्यार में
युँ निहारता रहुँ बस उसको
                                     फिर भी मन नहीं भरता एक बार में
                  उसने कहा था कि तुम सिर्फ मेरे हो
     अब क्या फर्क पड़ता अगर बोला है उसने सपनों के ईकरार में
 स्वप्न का संसार किसी उपन्यास से कम नहीं होता। सैंकड़ों कहानियाँ इसमें तिरोहित रहती हैं। 
#yostowrimo में आज कहानी आँख लगते ही हमारे स्वप्न की दुनिया में प्रवेश करने की। हम सभी ने इसे अनुभव किया हुआ है। क्या कमाल है कि जैसे एक कहानी किसी घटना से आरंभ होती है और परत-दर-परत रहस्य का उद्घाटन होता है।
#आँखलगतेही  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
आंख लगते ही चला जाता हूं 
                                     मैं उस ख्वाबों के संसार में
सपने में ही पड़ जाता हूं 
                                     मैं उस पागल के प्यार में
युँ निहारता रहुँ बस उसको
                                     फिर भी मन नहीं भरता एक बार में
                  उसने कहा था कि तुम सिर्फ मेरे हो
     अब क्या फर्क पड़ता अगर बोला है उसने सपनों के ईकरार में
 स्वप्न का संसार किसी उपन्यास से कम नहीं होता। सैंकड़ों कहानियाँ इसमें तिरोहित रहती हैं। 
#yostowrimo में आज कहानी आँख लगते ही हमारे स्वप्न की दुनिया में प्रवेश करने की। हम सभी ने इसे अनुभव किया हुआ है। क्या कमाल है कि जैसे एक कहानी किसी घटना से आरंभ होती है और परत-दर-परत रहस्य का उद्घाटन होता है।
#आँखलगतेही  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

स्वप्न का संसार किसी उपन्यास से कम नहीं होता। सैंकड़ों कहानियाँ इसमें तिरोहित रहती हैं। #yostowrimo में आज कहानी आँख लगते ही हमारे स्वप्न की दुनिया में प्रवेश करने की। हम सभी ने इसे अनुभव किया हुआ है। क्या कमाल है कि जैसे एक कहानी किसी घटना से आरंभ होती है और परत-दर-परत रहस्य का उद्घाटन होता है। #आँखलगतेही #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi