एक मुलाकात को आज भी तरसती है निग़ाहें, वो सामने हो और, हम समा जाए उनकी बाहों में, वो सहलाए प्यार से बालों को, और उनके आगोश में हमें नींद आ जाए। 🌝प्रतियोगिता-45 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"एक मुलाक़ात"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I