शिकायत न करना गर ख़बर हो तो, तुम्हें अपने दिलों - दिमाग में कैद रखते हैं। तुम ख़्वाब हो मेरा, हकीकत की उम्मीद नहीं, फिर भी इंतजार की घड़ियों को रोज़ देखते हैं। अंतहीन है वेदना ये जानते हुए, ठहरे है इंतजार में, सबब जानते हुए भी तुम्हारी एक नज़र को तरसते है। बेदाग महफूज़ रखा है तुम्हे अपनी निगाहों में, यकीं मानिये ख्वाहिशे कई हैं पर हदों में रहते हैं। ©shreya upadhayaya #One_sided_love Udass Afzal khan ❣️Dard ki jaan