सज़ा-ए-समंदर आंखों को मिला, सज़ा-ए-दर्द दिल को मिला। पल-ए-मोहब्बत की ख्वाइश थी हम को, पल-ए-नफरत हम को मिला।। @yogandrakumarnojoto #शायरी #हिंदी