हां मत पूछो हमसे यह तुम, किसने यह रची तबाही है? उन दहक रहे से शोलों में, फिर किसने फूंक लगाई है? - रूद्र प्रताप सिंह लौ किसने नई जलाई है?? Karan Kanpuriyaa (इंतेज़ार)