#OpenPoetry तुम्हारी ही तरह प्यास बुझाने को पानी जब लबों तक आती तब बहुत याद आते हो तुम............. ये हवाये शारारत से जब हौले हौले मेरे कानों में कुछ गुनगुनाती है तब बहुत याद आते हो तुम............. बिस्तर का वो कोना जहाँ सोया करते थे तुम जब वो जगह खाली ही रह जाती है तब बहुत याद आते हो तुम............. बारिशें जब देख अकेले सरेराह भीगा जाती है मुझे तब बहुत याद आते हो तुम............. बेख्याली मे मेरी ऊँगलियाँ तुम्हारी तरह जब मेरी उलझी लटों के संग खेलती हैं तब बहुत याद आते हो तुम............. सुबह की चाय जब एक प्याली मे भर जाती है और तुम्हारी खाली प्याली खामोशियों मे तुम्हारा पता पूछती है तब बहुत याद आते हो तुम............. कहते हैं वक़्त की धूल हर याद धुंधली कर देती है......... तो ये वक़्त की धूल तुम्हे मेरी यादों से मिटा क्यू नहीं देती .........? क्यू मुझे आज भी बहुत याद आते हो तुम.............. #OpenPoetry #yaad_aate_ho_tum #Chanchal_mann #hindinojoto#shayari#love