यूँ अपनी प्यास की ख़ुद ही कहानी लिख रहे थे हम सुलगती रेत पे उँगली से पानी लिख रहे थे हम मियाँ बस मौत ही सच है वहाँ ये लिख गया कोई जहाँ पर ज़िंदगानी ज़िंदगानी लिख रहे थे हम ©Sarfaraj idrishi Islam