देखों आज फिर दो प्रेम करने वालों का विरह हो गया, सारे वादें और कसमें यूं धरा का धरा रह गया। इनके प्रेम की नींव में भी वही खामी आई होगी, शको के आधार पर ही रिस्तों में दरारें आई होंगी।। विश्वास रिस्तों का अहम नींव होता है, जो रिस्तों को कभी टूटने नहीं देता है। ##विश्वास। ##