लिखने को तो बहुत कुछ है लेकिन मुझे लिखना नहीं आता कहने को तो बहुत कुछ है लेकिन दिल अब चुप ही रहना चाहता है कुछ लोग शहर में यूं ही खफा है मुझसे और हर किसी को मनाना मुझे भी नहीं आता है। शहर में बन तो जाए हम भी शरीफ तुम्हारे जैसे लेकिन हमे तुम्हारी तरह झूठे वादों के झंडे फहराना नही आता है ©NiRaV #Happy #qoutes #NiRaV