यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार परिवाद वाद पर हमला कर रहे हैं लेकिन हाल ही में उन्होंने जिस तरह से भाजपा के भीतर भी पनप रही परिवार वृद्धि पर भर्ती को लेकर आगाह किया है उसके गहरे अर्थ निकाले जा रहे हैं उन्हें सीधे तौर पर कह दिया है कि उन्होंने ही अपने बेटे बेटियों के लिए टिकट मांग रहे हैं नेताओं के लिए सीधी मना कर दी है ऐसा है कि चुनाव में सत्ता से पिछले रह गए ओमप्रकाश राधे से जैसे लोग भले ही अपने राजगढ़ में आने वाले रास्ते ढूंढ रहे हो लेकिन स्वामी प्रसाद मोर्य जी नेताओं के लिए भाजपा की राह मुश्किल हो गई है मोरे ने अपनी पुत्री संघमित्रा को भाजपा का हिस्सा बना चुकी और पार्टी में रहते हुए अपने पुत्र के लिए दवा बनाने का प्रयास किया है प्रधानमंत्री जी की पार्टी के अंदर ऐसे नेताओं को करना होगा कि वे खुद राजनीति करना चाहते हैं ऐसी कोशिश करेंगे हां ऐसे लोगों के लिए रहा खुली रहेगी जो परिवार के अपने प्रदर्शन के बल पर पहचान बनाने में सफल होने पर दम दिखा ©Ek villain #परिवारवाद पर सिर्फ से खत्म संदेश #Holi