जिद्द अलग सी तभी आसमान में सर है, मैं उड़ सकता हूं पर अफसोस अभी कटे मेरे पर है, और अब मैं चल भी नहीं सकता थक गया हूं माफ़ कीजिए कंधों पर मेरे बहुत कर है, मिलता नहीं क्योंकि? आजकल लापता हूं मैं लापता मंजिल और लापता मेरा घर है....! By -VY "RaMa" ©VYRaMa #Ghar #Kar #sar #par #main #jindgi #sach #jhoot #kismat