गम उठाऊंगा तो खुद ही सम्भल जाऊंगा तेरी जुल्फों की घटा नहीं जो बिखर जाऊंगा गम ऐ तन्हाई मे मेरे साथ चलकर तो देख तेरी राहों मे फूल बनकर बिखर जाऊंगा गम ऐ जिंदगी