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बंद खिड़कियों से शायद बरसाती पानी रिसता होगा डाक़

बंद खिड़कियों से शायद 
बरसाती पानी रिसता होगा
डाक़ के डब्बे में शायद 
कोई ना कोई ख़त पड़ता होगा
उस छोटे से बग़ीचे में शायद
सदाबहार का फूल आज भी खिलता होगा
मेरे उस पुराने घर के बंद दरवाज़े को
आस भारी निगाहों से 
कोई ना कोई तो देखता होगा 
 #oldhouse #memories #lifequotes #life
बंद खिड़कियों से शायद 
बरसाती पानी रिसता होगा
डाक़ के डब्बे में शायद 
कोई ना कोई ख़त पड़ता होगा
उस छोटे से बग़ीचे में शायद
सदाबहार का फूल आज भी खिलता होगा
मेरे उस पुराने घर के बंद दरवाज़े को
आस भारी निगाहों से 
कोई ना कोई तो देखता होगा 
 #oldhouse #memories #lifequotes #life
ilashukla8983

Ila Shukla

New Creator