चंद लाइनें लिखने से नहीं होता है कोई मिर्जा गालिब। ये वो दौर है जनाब जहां उमर गुज़र जाती है और ख़त्म होता है कालिब।। कालिब-शरीर ©Aditya Kumar Bharti #मिर्जाग़ालिब होना