खो चुके थे आश हम और हार गए थे खेल, जिंदगी के राह मेरे हो गए........ बेमेल ! राह के पथिक को जो सीखा गये हुनर गजब, वो गुरु बन के मेरे भगवान बनके आ गए !! आ गए मेरे लिए आफ़ताब बन के आ गए, जिंदगी जीने की कला फिर हमें सीखा गए ! उनके इस दया की भरपाई नहीं कर सकता मैं, कवि बनने की कला हमको फिर वो सीखा गए !! थक चुके थे हम जहाँ से रुक चुके थे पग मेरे, आप आकर यूँ ही समझे चलने लगे थे संग मेरे ! खो चुकी थी रौशनी जैसे फिर उस चाँद की, सूरज की चमक फिर बिखेर गए ऊपर मेरे !! :- संतोष 'सागर' #nojototeacher #love #student #papa#bhaiya#ma#allteacher AKS "" अक्स "" बेनाम शायर Pratibha Tiwari(smile)🙂