ख़ामोश हूं क्यूकी हालात बुरे हैं पर वादा है तुझसे मेरी खामोशी का शोर उधार है तुझपर जिस भी दिन चुप्पी तोड़ूंगा हलक तक तेरे गूंज जाएगी पैरों तले तेरे जमीं खिंची नजर आयेगी आयेंगी आंधियां एक दिन तेरे भी मकां के सामने ए नफ़रत के साहूकार सल्तनत बचाकर रखना लूंगा एक दिन हिसाब तेरे व्यापार का तुझसे कितना कमाया है अब तलक तू मासूमों के मकाँ मिटाकर और चलता है तू आज छाती चौड़ी दिखाकर आऊ जब कल को मै मुंह छुपाकर दुम दबाकर मत भागना ख़ामोश हूं क्यूकी हालात बुरे है!!!!!!! हालात बुरे है हारा नहीं हूं मैं आवाज दबी है दबा नहीं हूं मैं कमबख्त वक्त रुका है मेरा सांस रुकी नहीं है अभी!!!!!!!!!! #footsteps#lockdownstories#poemonline#storyonline#talkonline#anger#enemy#heartbreak#nojotoapp#stayhomestaysafe