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Read in Captions a poem बॉस द शेर (कविता) :– आप ह

Read in Captions a poem  बॉस द शेर (कविता) :–
आप हो जंगल के शेर,
नाश्ते में खाते हो बेर,
आने में नहीं करते हो देर,
सुबह उठ जाते हो सवेर,
Work from home हमसे करवाते हो,
कंपनी को फायदा पहुंचाते हो,
नौकरों का रखते हो ख्याल,
Read in Captions a poem  बॉस द शेर (कविता) :–
आप हो जंगल के शेर,
नाश्ते में खाते हो बेर,
आने में नहीं करते हो देर,
सुबह उठ जाते हो सवेर,
Work from home हमसे करवाते हो,
कंपनी को फायदा पहुंचाते हो,
नौकरों का रखते हो ख्याल,
anantjain2166

Anant Jain

New Creator

बॉस द शेर (कविता) :– आप हो जंगल के शेर, नाश्ते में खाते हो बेर, आने में नहीं करते हो देर, सुबह उठ जाते हो सवेर, Work from home हमसे करवाते हो, कंपनी को फायदा पहुंचाते हो, नौकरों का रखते हो ख्याल,