बकिफ है तू अपनी मंजिल से बस राह की ही तलाश है। मिल जाएगी तेरी मंजिल तुझे तेरी शुरुवात हुई कैसे है ये कभी भूलना मत।। भले ही मंजिल हो सिर्फ तेरी इसमें मेहनत दुआ और आस तेरे अपनो की भी है । पहुंच जाए कल तू कहीं पर भी पर तू आया कहां से है ये कभी भूलना मत।। - Shivani Thakur #bhulnamt #poem #story