आत्मग्लानि रहेगी सदा बुलाया था तूने ,आ न पायी वहां #आत्मग्लानि मेरी प्रिय प्रज्ञा...सखी तुझसे बिछड़े हुए सोलह वर्ष बीत गये दुःख इस बात का अंतिम समय में मिल न सकी😔😔 #तूलिका