जब हर चीज पहले से ही मौजूद है तो नवीनतम है क्या? नए कपड़े..नया सामान..नया घर.. नई गाड़ी नया बहुत कुछ कुछ.... जब पृथ्वी में हर चीज पहले से ही मौजूद है तो नया तो कुछ भी नहीं है... तो हमारे चित्त की दशा क्या होती है नई नई चीज देखने में... एकदम चमचमता हुआ साफ सौंदर्य से परिपूर्ण हो वो वस्तु... पानी भी वही है जबसे पृथ्वी बनी है वाष्पीकरण होकर बादल बनकर वर्षा से कुएं तालाब नदी झरने समुंदर फिर यही साइकिल चलता रहता है.....