#nojotohindi #chamkibukhar #biharsuffers #BeVocal #Sarkar #Govt #Thought #kavita #poem #priyadarsi #nightthought #change #justice मासूम साँसों के गुज़रे हुए सन्नाटे कहते हैं, हमारी बंद हुई हर साँस के गुनहगार कितने हैं। क्या व्यवस्था? कौन प्रशाशन? कटघरे में कितने लाए जाएँ। सत्ता के मयखाने से, नेता को कौन बतलाने जाएँ।। बुखार से हारे हैं या हमको हराया तुमने हैं, ओ देश की बहरी व्यवस्था,