तस्वीरों का घर नहीं हुआ मेरी यादों का घर नहीं हुआ धीरे धीरे तय हो गए सफ़र अड़चनों का डर नहीं हुआ किसी किसी को नहीं भूलेंगे बहुत अकेला सफ़र नहीं हुआ पहली नज़र का प्यार कहेंगे जहान को भी ख़बर नहीं हुआ तारीखों में ढूंढ रहें कब से लम्हा हमारा शहर नहीं हुआ बिछड़ने का निजाम हुआ है इस रात का सेहर नहीं हुआ साल यह मयस्सर नहीं हुआ क्या अभी दिसंबर नहीं हुआ Times and Tide #time #love #lovers #obstacles #journey #society #passion4pearl #yqtales