तेरे इश्क़ की करामत ये अगर नहीं तो क्या है कभी बे अदब न गुज़रा मेरे पास से ज़माना ( जिगर मुरादाबादी ) इंतखाब :- मुशर्रफ बुरहानपुरी ©Musharraf Burhanpuri #urdupoetryworld #classicalpoetry #musharrafburhanpuri #Adabilehja